Shark Tank India-4: विटामिन वाले स्टिकर्स! नमिता बोलीं ये नहीं चलेगा, अनुपम ने तुरंत दे दी ₹50 लाख की Funding
Shark Tank India-4: विटामिन की गोलियां तो आपने भी कभी ना कभी तो खाई होंगी. कुछ अच्छी लगती हैं तो कुछ खराब. जरा सोचिए, अगर आपको कोई गोली खानी ही ना पड़े और आपके शरीर में विटामिन की कमी भी पूरी हो जाए तो कैसा रहेगा? शार्क टैंक इंडिया के चौथे सीजन (Shark Tank India Season 4) में एक ऐसा ही स्टार्टअप (Startup) आया, जो विटामिन के पैच लेकर आया है.
Shark Tank India-4: विटामिन की गोलियां तो आपने भी कभी ना कभी तो खाई होंगी. कुछ अच्छी लगती हैं तो कुछ खराब. जरा सोचिए, अगर आपको कोई गोली खानी ही ना पड़े और आपके शरीर में विटामिन की कमी भी पूरी हो जाए तो कैसा रहेगा? शार्क टैंक इंडिया के चौथे सीजन (Shark Tank India Season 4) में एक ऐसा ही स्टार्टअप (Startup) आया, जो विटामिन के पैच लेकर आया है. इसे आपको सिर्फ एक स्टिकर की तरह अपने शरीर पर चिपकाना है और विटामिन की कमी हो जाएगी पूरी.
इस स्टार्टअप की शुरुआत की है दिल्ली की रहने वाली राधिका राजपाल ने. इसकी शुरुआत मई 2024 में हुई है. राधिका कहती हैं कि वह यूरोप में जॉब कर रही थीं और उसी बीच वह कुछ दिन के लिए भारत वापस आईं. राधिका रनिंग करती हैं और एक खास सप्लिमेंट वह हमेशा इस्तेमाल करती हैं. जब वह भारत आईं और यहां से वही सप्लिमेंट खरीदा तो देखा कि उसमें कई सारे एडिटिव हैं, जो यूरोप में उस सप्लिमेंट में नहीं होते क्योंकि वहां पर वह बैन हैं.
बिना एडिटिव का विटामिन सप्लिमेंट बनाया
इसके बाद उन्होंने तय कर लिया कि कुछ तो ऐसा करना है कि बिना किसी एडिटिव के विटामिन सप्लिमेंट बनाए जा सकें. इसके बाद उन्होंने कई कंपनियों में देखा और यह समझने की कोशिश की कि किस तरह विटामिन सप्लिमेंट को बिना एडिटिव के बनाया जाए. उन्होंने पाया कि ऐसा करना बहुत मुश्किल है, क्योंकि विटामिन के स्वाद अच्छे नहीं होते हैं, ऐसे में उनमें एडिटिव डालने ही पड़ते हैं.
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इसके बाद उन्होंने पैचअप की शुरुआत की जिसके तहत वह 4 तरह के पैच बेचती हैं. इन पैच को स्किन पर लगाना होता है, टेस्ट नहीं करना होगा, ऐसे में इसमें कोई भी एडिटिव डालने की जरूरत नहीं होती है. इस तरह वह बिना किसी एडिटिव के विटामिन पैच बेच पा रही हैं. राधिका बताती हैं कि उनसे सारे पैच एफडीए और सीई अप्रूव फैसिलिटी में बचनते हैं, जिनमें कोई एडिटिव नहीं होते हैं.
बनाई बूटस्ट्रैप्ड और प्रॉफिटेबल कंपनी
जब जजों ने प्रोडक्ट को देखा तो उसके लुक, डिजाइन और फील की काफी तारीफ की. बता दें कि पैच अप की डिजाइनिंग का पूरा काम खुद राधिका ने किया है. इस स्टार्टअप को शुरू कर ने के लिए उन्होंने अपने 15 लाख रुपये खर्च किए और उसके अलावा अभी तक कोई फंडिंग नहीं उठाई है, यानी कंपनी बूटस्ट्रैप्ड है.
मई 2024 में कंपनी ने अपने प्रोडक्ट की सॉफ्ट लॉन्चिंग की. इसके तहत सिर्फ वेबसाइट लाइव की थी. वहीं 19 जुलाई को कंपनी ने प्रोडक्ट की हार्ड लॉन्चिंग की, जिसके तहत कंपनी के प्रोडक्ट्स मार्केट प्लेस पर लाइव हुए. इसके बाद अगस्त के महीने में कंपनी ने 5 लाख रुपये की सेल की, जिसमें 50 हजार रुपये का मुनाफा हुआ. वहीं सितंबर में 24 सितंबर तक कंपनी ने 12.5 लाख रुपये की सेल की. कंपनी का टारगेट है कि इस साल मार्च अंत तक उनका कुल रेवेन्यू 1.5 करोड़ के करीब रह सकता है.
बिना ट्रायल के ही पैक पर लिखा 'ट्रायल के आधार पर'
नमिता ने कहा ऐसे पैच भारत में चल नहीं पाते हैं, क्योंकि ह्यूमिडिटी रहती है. वहीं राधिका ने कहा कि इन्हें सोते वक्त लगा सकते हैं, जब अधिकतर लोग एसी में ही सोते हैं. नमिता ने इस पर भी सबका ध्यान खींचा कि पैकेजिंग में लिखा था ट्रायल पर आधारित, जबकि इस प्रोडक्ट का अभी तक क्लीनिकल ट्रायल हुआ ही नहीं है. राधिका ने कहा कि यहां मैन्युफैक्चरिंग के दौरान हुए ट्रायल की बात हो रही है. हालांकि, नमिता ने कहा कि यह मिसलीड करने वाली चीज है, जो किसी ने पकड़ ली तो आपकी इमेज को बड़ा नुकसान हो सकता है.
1.75 फीसदी इक्विटी के बदले मांगे 50 लाख रुपये
अपने स्टार्टअप के लिए राधिका राजपाल ने 1.75 फीसदी इक्विटी के बदले 50 लाख रुपये की फंडिंग मांगी. नमिता और अमन इस डील से आउट हो गए. वहीं रितेश ने 5 फीसदी इक्विटी के बदले 50 लाख रुपये की फंडिंग का ऑफर दिया. वहीं अनुपम ने शुरुआत में 5 फीसदी के बदले 50 लाख का ऑफर किया, लेकिन बाद में उसे बदलकर 2.27 फीसदी के बराबर कर दिया. दरअसल, यह उन्होंने पीयूष के ऑफर के बाद किया, क्योंकि उन्होंने 50 लाख रुपये के बदले 2.27 फीसदी का ऑफर दिया.
अनुपम मित्तल ने की डील
पीयूष ने 10 फीसदी के बदले 9 फीसदी इक्विटी का एक दूसरा भी ऑफर दिया. पीयूष ने तो यहां तक कह दिया कि उन्हें एग्जिट भी नहीं चाहिए. बता दें कि राधिक को यही ऑफर एक वीसी एंटलर से भी मिला है, जो 9 फीसदी लेकर 2 करोड़ रुपये कंपनी में डाल रहे हैं. हालांकि, अंत में राधिका ने अनुपम मित्तल का ऑफर ले लिया और 2.27 फीसदी इक्विटी देकर 50 लाख रुपये की फंडिंग ली.
04:56 PM IST